डॉ जेरॉक ली की किताबें पढ़ते हुए आत्मा और शरीर में आशीषें

“मैं अब अक्षरों को पढ़ सकता हूं।”

डीकन संघ्युन मून (चौथा पैरिश, आयु 57)

20 साल पहले, जब मैं एक मोल्ड डिजाइन पर काम कर रहा था, तो नेत्रपटल विद्युत चुम्बकीय तरंगों से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई था, इसलिए मैं चीजों को सीधे नहीं देख सकता था। मैं अपनी आँखें घुमाकर मुश्किल से चीज़ों को पहचान सकता था। इसलिए एक पुस्तक को पढ़ना भी मेरे लिए मुश्किल था।

मैं सफेद रंग के कागज़ और अक्षरों का काला रंग ही पहचान पाता था। मैं उन्हें बिल्कुल नहीं पढ़ पाता था। मैंने सुना कि सीनियर पास्टर की पुस्तकों का पठन अभियान चल रहा है, लेकिन मैं इसे करने की कोशिश भी नहीं कर सका। हालाँकि, मेरे पैरिश पास्टर ने एक ऑडियोबुक पढ़ने की सलाह दी, “प्रेम व्यवस्था को पूर्ण करता है”। मैंने इसे सुना और मेरे साथ एक आश्चर्यजनक बात हुई।

मैं बॉयलर सेंसर लाइट देख सकता हूं, जिसे पहले बिल्कुल भी नहीं देख पाता था। अपने कमरे में, मैं लिविंग रूम में बायलर सेंसर लाइट देख सकता था, और जब मैंने सीधे आगे देखा तो मैं उस प्रकाश को देख सकता था। (Healing From eye disease) इसके अलावा, मैं निराश था क्योंकि मैं चित्रों में वर्षाधनुष नहीं देख सकता था, लेकिन अब मैं उन्हें देख सकता हूं।

अब मैं किताबें पढ़ सकता हूं। मैंने “क्रूस का संदेश” और “मृत्यु से पहले अनन्त जीवन का स्वाद” पढ़ना समाप्त कर दिया और अब मैं “स्वर्ग” पढ़ रहा हूं।

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“मैंने कोरियाई पढ़ना सीखा, जो मेरी जीवन की इच्छा थी।”

डेकनेस यंगशिम क्वाक (प्रथम पैरिश, आयु 81)

मैं स्कूल नहीं जा पायी , इसलिए मुझे पढ़ना नहीं आता था। भले ही मैंने एक मेहनती मसीह जीवन जिया, एक बात जो मुझे हमेशा परेशान करती थी वह यह थी कि मैं बाइबल नहीं पढ़ सकती थी। इस वजह से मैं हमेशा निराश और परेशान महसूस करती थी।

हालांकि, जैसे ही मैंने सीनियर पास्टर की पुस्तकें पठन अभियान के बारे में सुना, मैंने सोचा कि मैं खुद को चुनौती दूंगी, और मैं खुश थी। स्तुति गाते हुए मैंने एक-एक करके सीखे हुए अक्षरों को जोड़कर एक किताब पढ़ी। इसलिए, एक किताब को पढ़ने में काफी समय लगा। फिर भी, यदि जिन अक्षरों को मैं नहीं जानती थी, मैंने परमेश्वर पिता से अनुग्रह के लिए प्रार्थना की ताकि मैं उन्हें पढ़ सकूं और पुस्तकों को पढ़ती रही।

लेकिन एक समय में, मैंने अक्षरों कों पढ़ना शुरू किया। पढ़ने की गति धीरे-धीरे बढ़ती गई, और अंत में मैंने परमेश्वर पिता की कृपा से 10 पुस्तकें पढ़ीं। (Receiving Wisdom from God)

उन्हें पढ़ने के बाद, मुझे न केवल इतना आभारी और गौरवान्वित हुआ, बल्कि मुझे आत्मविश्वास भी मिला। मेरी आजीवन इच्छा पूरी करने के लिए मैं पिता परमेश्वर की आभारी हूं।

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“मेरी मेरी इच्छा का उत्तर प्राप्त हुआ है।”

डेकोनेस मिनवा ली (प्रथम चीनी पैरिश, आयु 64)

सीनियर पास्टर की पुस्तकें पठन अभियान” की खबर सुनकर मैं बहुत खुश हुई।

हालांकि पीठ दर्द के कारण बैठना मुश्किल था, लेकिन मैंने आज्ञाकारिता के ह्रदय से उनकी किताबें ऊंची आवाज से पढ़ीं।

“विश्वास का परिमाण” पढ़ना पवित्रीकरण की लालसा को और बढ़ा देता है। और “स्वर्ग” पढ़कर, मुझे उसके बच्चों के लिए सुंदर स्वर्ग तैयार करने के लिए परमेश्वर के प्रेम से बहुत दिलासा मिला। मैं आत्मिक संदेशों से लैस होने में सक्षम होने के लिए आभारी थी।

परमेश्वर ने मुझे आशीष दी कि मुझे नींद या थकान बिल्कुल भी महसूस नहीं हुई, भले ही मैं पर्याप्त नींद नहीं ले पायी क्योंकि मैं किताबें पढ़ती थी। और किसी समय में किताबें पढ़ते हुए, मुझे एक अजीब अनुभव हुआ कि मुझे पीठ में दर्द नहीं हुआ। एक हफ्ते में सभी 10 किताबें पढ़ने के कुछ ही समय बाद, परमेश्वर ने मेरे ह्रदय की इच्छा का भी जवाब दिया।

हमने जिस मकान को बेचने के लिए लगाया था, वह अच्छे दाम पर बिक गया। इससे पहले घर देखने कम ही लोग आते थे, लेकिन परमेश्वर की कृपा से सौदा इतनी जल्दी हो गया।

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“मैं पवित्रीकरण और स्वर्ग के लिए आशा से भरपूर हो गयी।”

डीकोनेस सुंगसूक ली (दूसरा चीनी पैरिश, आयु 50)

चर्च के सदस्य के रूप में पंजीकृत हुए मुझे काफी समय हो गया है, लेकिन मुझे चर्च के कर्तव्यों या स्वर्ग की आशा के लिए ज्यादा लगाव नहीं था। इस बीच, मैंने अपने पेरिश द्वारा आयोजित बाइबल पठन अभियान में भाग लिया और एक महीने में बाइबल पढ़ना समाप्त कर दिया। और फिर, मैंने ” सीनियर पास्टर की पुस्तकें पठन अभियान” की खबर सुनी। मैंने तुरंत उनकी किताबें पढ़ना शुरू कर दिया और 10 किताबें पढ़ना समाप्त कर दिया।

मैंने समय की परवाह किए बगैर ही उनकी किताबें पढ़ीं और स्वर्ग में एक बेहतर जगह लेने का संकल्प लिया और मैंने चर्च के कर्तव्यों के लिए प्रेम और आत्माओं को बचाने के लिए जुनून विकसित किया।

“आत्मा, प्राण और देह” पढ़कर, मुझे एहसास हुआ कि मेरा जीवन शारीर के अनुसार चल रहा था। जब मैंने “स्वर्ग” पढ़ा, तो मैंने लगन से अपने ह्रदय का खतना करने का फैसला किया। और जब मैंने “नरक” पढ़ा, तो मुझे लगा कि मुझे नरक में दर्द के बारे में सोच-समझकर लोगों को सुसमाचार प्रचार करना चाहिए।

मैं उन लोगों से नफरत करता थी जो गलतियाँ करते थे और उन्हें बदलना चाहती थी। लेकिन मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने ह्रदय में बुराई के कारण उनसे नफरत करती थी, और पहले मुझे बदलने की जरूरत है। अब भी, मैं हर दिन पवित्र आत्मा से भरा हुआ उनकी पुस्तकों को पढ़ने में बिताती हूँ।

डाॅ जेराॅक ली द्वारा की गई प्रार्थनाओं को यहाँ प्राप्त करें —- बीमारों के लिए प्रार्थना —– रात्रि प्रार्थना

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