जब से मैने रेंव डाॅ जेराॅक ली की किताब पढ़ी है तब से ही मेरा जीवन बदल गया
मैं पांचवी बार मानमिन सेंट्रल चर्च में आई थी। मुझे यहां घर जैसा लगा। सुंदर प्रस्तुतियां बहुत प्रभावशाली थी। यह इतनी अद्भुत थी, कि काश यह खत्म ही न होती।
2008 में इस चर्च में जब मैं पहली बार आई, मैं कैंसर और त्वचा रोगों से पीड़ित थी। विशेष रूप से फाइब्रोमाइल्गिया से मस्कुलोस्केलेटल दर्द लगातार होता था। जैसा कि मैंने भवन में प्रवेश करने के लिए सीढ़ियां चढी, सारा दर्द दूर हो गया। यात्रा से पहले, मेरे घुटनों पर तरल पदार्थ बनता था, और मेरे पैर सीढ़ियों पर चलने के लिए बहुत भारी होते थे। लेकिन मैं सीढ़ियों पर आसानी से चल सकती थी। डॉ. जेरॉक ली की प्रार्थना ग्रहण करने के बाद मैंने एक चमत्कार का अनुभव किया, मेरी सारी बीमारियाँ ठीक हो गईं। हाल्लेलुयाह।
डॉ. जेरॉक ली द्वारा लिखी गई पुस्तकों को पढ़ते हुए मुझे भी बहुत खुशी मिली। क्रूस का संदेश, स्वर्ग, नरक, विश्वास का परिमाण, सात कलिसियाऐं, और मेरा जीवन, मेरा विश्वास , सभी पुस्तकों ने मेरे विश्वास को बढ़ने में मदद की। जैसा कि मैंने नरक की किताब पढ़ी, मुझे एहसास हुआ कि मेरे जीवन में मेरे पास नरक में गिरने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था। यह वो क्षण था जब मेरा जीवन बदल गया। जैसा कि मैंने स्वर्ग की किताब पढ़ी, इससे मुझे स्वर्ग की आशा मिली, जो कि मेरा अपना देश है।
मेरे लिए, डॉ. जेरॉक ली एक पिता की तरह हैं, जिन्होंने मेरी आत्मिक आँखें खोलने में मदद की। उन्होंने मुझे भले परमेश्वर और प्रिय प्रभु के बारे में सीखने में मदद की, और यह समझने में भी मदद की, कि प्रभु मुझसे क्या चाहता है।
मैं दूसरों की मदद करते हुए इस बहुमूल्य सुसमाचार का प्रचार कर रही हूं। अब, मैं लगभग 50 लोगों के साथ इस अनुग्रह को बाट रही हूं। हमने इंटरनेट पर मानमिन सेंट्रल चर्च की दानिय्येल प्रार्थना सभा और विभिन्न सभाओं में भाग लिया, और उत्तर और आशीषें प्राप्त करते हुए खुशहाल मसीही जीवन को जीया।