faith

(हृदय में उत्कीर्णन करना) एक हृदय, एक इच्छा और एक विश्वास के साथ सब कुछ देखना।(Engraving in Heart] Looking at Everything with One Heart, One Will, and One Faith!)

परमेश्वर ने हमें बहुत सी चीजें दिखाईं जो मनुष्य की सामर्थ और बुद्धि से हल नहीं की जा सकती, लेकिन परमेश्वर की सामर्थ के माध्यम से बहुत आसानी से और जल्दी से हल हो गईं।

अब हमें विश्वास के माध्यम से सब कुछ देखना चाहिए और विश्वास में प्रशिक्षण के माध्यम से विश्वास की दौड़ जारी रखना चाहिए भले ही हम उसका सामना करे जो असंभव लगता हों।

पूरी तरह से परमेष्वर की इच्छा और प्रावधान को पूरा करने के लिए हमें विश्वास में एक(One in faith) हो जाना चाहिए और विश्वास के साथ(with faith) भविष्य की ओर देखना चाहिए।

हम सभी को एक स्वर में पुकारना चाहिए और एक दूसरे को विश्वास के साथ(with the faith) सब कुछ देखने का आग्रह करना चाहिए, और एक इच्छा के साथ, और एक विश्वास के साथ एक जीवंत और सक्रिय दौड़ दौड़नी चाहिए।

कभी-कभी, विश्वास (faith)से किसी चीज को देखने से ऐसा लग सकता है कि वह चट्टान के किनारे से नीचे गिरने का मूर्खतापूर्ण कार्य कर रहा है।

यह क्रिया उन लोगों के लिए लापरवाह साबित होगी जिनके पास विश्वास(faith) नहीं है, लेकिन आत्मिक विश्वास(spiritual Faith) रखने वालों के लिए परमेष्वर पर पूरी तरह से भरोसा करने की क्रिया के रूप में माना जाता है।

वे उस क्रिया को कर सकते हैं क्योंकि वे बिना किसी संदेह के विश्वास करते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर उन्हें अपने सामर्थी हाथों से बचाता है, भले ही वे खुद को एक चट्टान के किनारे से नीचे गिरा दें।

जो विश्वास (faith) के साथ कुछ भी देखता है, वह कभी हार नहीं मानता।

लोगों द्वारा किसी चीज को छोड़ने का कारण यह है कि जब वे कुछ बाधाओं का सामना करते हैं तो उन्हें उससे पार निकलना मुश्किल लगता है।

ऐसा इसलिए भी है क्योंकि वे उन समस्याओं से मिलते हैं जो मानव सीमित सोच के साथ असंभव लगती हैं।

लेकिन जो सब कुछ विश्वास के साथ (With the faith) देखता है, वह किसी भी तरह की बाधा को एक बाधा नहीं मानता है, न ही वह अपने विचार से कुछ भी सीमित करता है। तो उसके लिए कोई भी चीज असंभव या निराशा नहीं है।

आत्मिक विश्वास (spiritual faith )रखने वाले का यह आधारित दृष्टिकोण है।

हमें अपने पवित्रीकरण (Sanctification) के लिए भी विश्वास से आशा रखनी चाहिए।

यदि आप निराश हैं और अपनी छिपी हुई शारीरिक चीजों (fleshly things) के लिए अपना विश्वास त्याग़ देते हैं, तो यह जताता है कि आपके पास आत्मिक विश्वास नहीं है।

लेकिन अगर आपने आत्मिक विश्वास (spiritual Faith )के साथ अपने पवित्रीकरण के लिए वास्तव में आशा की है, तो आपका विश्वास डगमगाऐगा या भ्रष्ट नहीं होगा।

आपको विश्वास (faith) करना चाहिए कि आप पवित्रीकरण को प्राप्त करने में सक्षम होंगे और विश्वास के द्वारा )through faith)जितना संभव हो उतनी अच्छी तरह से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने की कोशिश करें।

“अब विश्वास आशा की हुई वस्तुओं का निश्चय, और अनदेखी वस्तुओं का प्रमाण है। क्योंकि इसी के विषय में प्राचीनों की अच्छी गवाही दी गई। विश्वास ही से हम जान जाते हैं, कि सारी सृष्टि की रचना परमेश्वर के वचन के द्वारा हुई है। यह नहीं, कि जो कुछ देखने में आता है, वह देखी हुई वस्तुओं से बना हो। ”(इब्रानियों 11ः1-3)।

इसी तरह मानमिन में रेव डाॅ जेराॅक ली की प्रार्थना के द्वारा विभिन्न प्रकार के सामर्थी कार्य प्रगट हो रहे है जैसे कि कैंसर से चंगाई(healed of Cancer) , कोरोना से चंगाई (Healed of Covid-19) , टी.बी. से चंगाई (Healed of Tuberculosis) और भी बहुत प्रकार की बीमारियो से लोगो ने चंगाईयां प्राप्त की ।

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