मेरे पिता को अपंग रहना था, लेकिन अब वह एक कार चला रहे है। (Healed of Bone tuberculosis)
भाई पुनीत, उम्र 18, दिल्ली मानमिन चर्च, भारत।
पांच साल की उम्र से, मैं मिर्गी के कारण दर्द में रहता था और भारी सिरदर्द और चक्कर से पीड़ित था। मैंने कुछ दवाई ली, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया। मेरे उपचार के लिए मेरा परिवार हिंदू मंदिरों में गया, लेकिन मेरे लक्षण और भी बदतर हो गए।
हमारी स्थिति और ज्यादा बदतर हो गई, 2012 में मार्च में मेरे पिता, जोे एक कारखाने में एक इंजीनियर के रूप में काम करते थे, उन्हें पाया गया कि उन्हें ट्यूबरकुलस स्पॉन्डिलाइटिस है और इसके लिए उनका ऑप्ररेशन हुआ था। हालांकि, ऑप्ररेशन गलत हो गया था, जिसके कारण मेरे पिता को कमर से नीचे तक पैरालाइज हो गया। वह अपने विकलांग शरीर के साथ जीवन भर बिस्तर पर पड़ा रहने वाले थे। हमें वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ा, और मेरी माँ ने जीविका के लिए क्लर्क के रूप में कपड़े की दुकान पर काम करना शुरू कर दिया।
इसी बीच, उन्होंने हमारे पड़ोसी से दिल्ली मानमिन चर्च के बारे में जाना। उन्होंने चर्च के पास्टर जॉन किम से कहा कि वह हमारी जगह पर जाएँ। उनके साथ हमने परमेष्वर की आराधना की। उस समय, उन्होंने हमें वीडियो दिखाया जो सीनियर पास्टर डॉ जेरॉक ली की सामर्थी सेवकाई को प्रस्तुत करता है। उसको देखकर मैं हैरान हो गया।
जून, 2012 में, मेरे परिवार के सदस्यों ने इस तथ्य को स्वीकार किया कि परमेश्वर ही एकमात्र सच्चा परमेष्वर है और हमने प्रभु यीशु को स्वीकार किया। हमने चर्च में जाना शुरू कर दिया, लेकिन जब से मेरे पिता चर्च नहीं जा सके, पास्टर किम ने उन्हें डॉ ली की पुस्तक क्रूस का संदेष हिंदी में दी और उनके विश्वास को बढ़ाने में मदद की। उन्होंने मेरे पिता से नियमित रूप से मुलाकात की और उनके लिए रूमाल से प्रार्थना की, जिस पर डॉ ली ने प्रार्थना की थी (प्रेरितों के काम 19ः11-12)।
उनके लिए क्रूस का संदेष पुस्तक को पढ़ते हुए, मुझे अहसास हुआ कि मेरा भारी सिरदर्द बहुत कम होता जा रहा हैं।
एक दिन, मेरे पिता ने कहा कि उन्होंने एक सपना देखा। उन्हांेने देखा कि हम सभी को हवा में उठाया लिया गया और उन्हांेने खुद को अकेला पाया। उन्होंने प्रभु प्रभु पुकारा और रोने लगे। वह सपने से जाग गए। उन्होंने अपने पिछले जीवन को देखा, उनके द्वारा सुनाए गए संदेशों को याद करते हुए उन्होंने पश्चाताप किया कि पैसे और संपत्ति के मामलों में उनके साथ कलह के बाद उन्होंने अपने परिवार के लिए असहज महसूस किया था। उन्होंन अपने हृदय में घृणा रखने के लिए पश्चाताप किया।
फरवरी 2013 में, मेरे पिता ने दोबारा रूमाल की प्रार्थना ग्रहण की। तब यह आश्चर्यजनक था कि उनकी मृत नसें फिर से जीवित हो गई। उनके निचले शरीर में सनसनाहट वापस आ गई और वह कमर हिलाने में सक्षम हुए और वोे चर्च में आने लगे। जब उन्होंने वेदी पर हवा में उठाए जाने वाली की पेंटिंग देखी, तो वह आश्चर्यचकित रह गए क्योंकि उन्होंने इसे सपने में देखा था।
नवंबर 2014 में, मेरे पिता पूरी तरह से ठीक हो गए(Healed of Bone tuberculosis) जब उन्होंने रविवार को जीसीएन लाइव प्रसारण के माध्यम से बीमारों के लिए सीनियर पास्टर की प्रार्थना ग्रहण की। उन्हें अब चलने में कोई कठिनाई नहीं है। यहां तक कि वह टेंपो नामक एक डिलीवरी ट्राई साइकिल भी चलाते है। वह ड्राइविंग का कार्य चर्च में स्वयंसेवक होकर करते हैं।
मुझे मिर्गी का रोग भी ठीक हो गया। मैं स्कूल में निचली रैंक पर रहा करता था, लेकिन हाल ही में मेरे स्कूल के ग्रेड में सुधार हुआ है। मुझे छात्रवृत्ति भी मिली। मैं एक स्वयंसेवक कार्यकर्ता के रूप में चर्च में ड्रम बजाता हूं। इसके अतिरिक्त, मेरी बहन को तेज बुखार हो गया था, और मेरी माँ ने अपने पूरे शरीर पर दर्द से छुटकारा प्राप्त किया।
मेरा परिवार के सभी सदस्य हिंदू धर्म से मसीहत में परिवर्तित हो गए। बीमारियों सहित गुंथी हुई सभी समस्याएं सुलझ गई। हमारे पड़ोसियों ने हमारी गवांहियों के बारे में सुना और चर्च में आए। मैं सारा धन्यवाद और महिमा परमेष्वर को देता हूं जो एकमात्र सच्चा जीवित परमेष्वर हैं। हाल्लेलुयाह।
इसी तरह मानमिन में रेव डाॅ जेराॅक ली की प्रार्थना के द्वारा विभिन्न प्रकार के सामर्थी कार्य प्रगट हो रहे है जैसे कि कैंसर से चंगाई(healed of Cancer) ,पथरी से चंगाई (Healed of Gallstone) , दुष्टआत्मा से छुटकारा (Free from Evil Spirit) और भी बहुत प्रकार की बीमारियो से लोगो ने चंगाईयां प्राप्त की ।
रेंव डाॅ जेराॅक ली के संदेश सुनने के लिए – यहां क्लिक करे