धनपत सिंह ( उम्र 40, दिल्ली मानमिन कलीसिया , फोटो के बांई तरफ)

मिर्गी की 19 साल पुरानी बिमारी के लक्षण दूर हुए


मुझे 2001 से मिर्गी के लक्षण होने लगे, मुझे ज्यादातर रात को मिर्गी के दौरे आते थे और वो भी 6 से 7 बार होते थे ।
जो दर्द मैने महसूस करता था ऐसा लगता था कि किसी ने मेरे सिर में बम डाल दिया हो . एक दिन दौरे के दौरान मैने अपनी जीभ काटली और मेरे मुँह से खून बहने लगा . और जीभ कटने की वजह से , मैं खाना भी नही खा सका और मुझे बुखार और शरीर में दर्द होने लगा. मेरी बिमारी ने मुझे और मेरे परिवार को थका दिया .

मैं बहुत से डॉक्टरो के पास गया परंतु वे मुझे ठीक न कर सके. मैंने पौराणिक दवाईया भी ली और जादूगरो पर निर्भर रहा . ठोड़े समय के लिए तो ठीक हो जाता था परंतु जल्द ही दौरे दोबारा शुरू हो जाते थे . लक्षण ठीक नही हुए और मुझे हर रोज दवाइयां लेनी पड़ी .

इस दौरान , मैं 2016 में अपने दोस्त की अगुवाई के द्वारा दिल्ली मानमिन कलीसिया में गया , मुझे संदेश बहुत अच्छा लगा और मैं लगातार कलीसिया जाता रहा, और मैंने सीखा की पाप क्या है , कैसे प्रार्थना करनी , और कैसे मसीह जीवन जीना है ? और मैंने विश्वास किया की , जब मैं परमेश्वर के वचन के अनुसार जीऊंगा तो , मैं चंगा हो सकता हूं . और मैंने दवाइयाँ लेनी छोड़ दी परंतु जल्द ही मैंने उन्हे दोबारा लेना शुरू कर दिया क्योंकि मेरी हालत बुरी होती जा रही थी .

जब मैंने सितंबर 2019 में दानिएल प्रार्थना सभा में प्रार्थना करना शुरू कर दिया तो मुझे मन की शांति मिली . और मुझे बताया गया कि 2 महीने बाद दिल्ली मानमिन कलीसिया की सालगिरह समारोह को मनाने के लिए पास्टर मियंग ली आ रही है . तो मैंने दवाइयां लेनी छोड़ दी और चंगा होने के लिए मैने अपने आप को तैयार किया.

मैंने दोबारा संदेश सुना जिसका शीर्षक था क्रूस का संदेश और अपने पापो से पक्षाताप किया . मैंने कलीसिया में खुशी खुशी कार्य किया उसकी सालगिरह के लिए .

आखिर , नवंबर में 7वीं सालगिराह का दिन आ गया . पास्टर ली ने मेंरे लिए सामर्थ के रूमाल के द्वारा प्रार्थना की (प्रेरितां के काम 19ः11-12), उसके बाद मेरे साथ चमत्कार हुआ , लक्षण दूर हो गए . तब से, मुझे दौरे नही पड़े और मैंने कोई भी दवाईयां नही ली , परमेश्वर ने मुझे पूरी तरह से ठीक कर दिया . हाल्लेलुयाह ।।


मेरा जीवन बदल गया मानमिन का धन्यवाद हो . मैने रेंव डॉ जेरॉक ली, सीनियर पास्टर , मानमिन सैट्रल चर्च , सीओल में, के द्वारा दिए गए संदेश सुने , और मैं वो व्याक्ति बन गया जो हृदय से परमेश्वर से प्रार्थना करता है और मेरे परिवार में खुशिया लौट आई . सारा धन्यवाद और महिमा परमेश्वर पिता को मिले.

This Post Has 3 Comments

  1. Nancy

    Amen… Glory be to Father God

  2. Gulab Chand Mathur

    Prabhu ki mahima ho. ….amen

  3. Parul dhote

    Sach me pita parmeshwer prabhu or charwahe ka dhanywad jinhone dhanpat bhai ko naya jiven pradaan kiya or ek naya jiven diya ghar parivar me khushiyo ko diya dhanywad ho hmre pita parmeshwer ka

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