मैं उन अन्धकार की शक्तियों से मुक्त हो गया जिनके काबू में 35 वर्षों से था।

अन्धकार की शक्तियों से मुक्त हो गया

सुखदेव (आयु 48, गोरखपुर मानमिन चर्च, भारत)

जब मैं 13 वर्ष का था, तब मुझ पर अंधकार की शक्ति ने काबू कर लिया था और मुझे सप्ताह में दो या तीन बार दौरे पड़ते थे, और फिर मैं पूरी तरह से अलग व्यक्ति बन जाता था। इससे मुझे हर समय भारी और थका हुआ महसूस होता था, और सिरदर्द और आंखों में जलन होती थी।


मुझे हमेशा दौरे पड़ने का डर रहता था, इसलिए मैं आराम से बाहर नहीं जा पाता था। मेरे उच्च रक्तचाप के कारण, मैं अक्सर दूसरों से झगड़ता था,

और मेरा अपने परिवार के साथ अक्सर झगड़ा होता था। मैं न तो पढ़ सकता था

और न ही सामान्य जीवन जी सकता था।

मैं लगभग एक दर्जन बार जादूगर के पास गया और घर के आसपास के सभी मंदिरों का दौरा किया, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ। जब मैं इन दर्दनाक दिनों से गुज़र रहा था, प्रभु ने सबसे पहले मेरी ओर हाथ बढ़ाया।

गोरखपुर मानमिन चर्च की एक बहन के प्रचार के माध्यम से, मैं अगस्त, 2021 में मानमिन का सदस्य बन गया। मैंने परमेश्वर के वचन के अनुसार प्रभु का दिन रखा और क्रूस पर प्रभु के प्रेम को जाना। मैंने अपने अतीत के लिए पक्षाताप किया और ईश्वरीय चंगाई सभा के लिए तैयारी की।

13 सितंबर को, मैंने जीसीएन टीवी हिंदी के माध्यम से ईश्वरीय चंगाई सभा में भाग लिया, और मुझे अपने शरीर पर गर्मी महसूस हुई जब डॉ. सूजिन ली ने सामर्थ के रूमाल के साथ प्रार्थना की (प्रेरितों 19ः11-12)। उसके बाद, मेरी चिंता गायब हो गई और मुझे शांति का अनुभव हुआ, और सिरदर्द और आंखों में जलन का दर्द पूरी तरह से दूर हो गया, और मेरा पूरा शरीर हल्का हो गया। हाल्लेलुयाह!

अब, मैं चंगा हो गया हूं और मैं कानपुर, भारत में एक कारखाने में काम कर रहा हूं। 35 वर्षों तक अंधकार की शक्ति से पीड़ित होने के बाद, प्रभु की कृपा से एक पल में मेरा दोबारा जन्म हुआ, और मैं एक नया जीवन जी रहा हूं। सभी धन्यवाद और महिमा उस जीवित परमेश्वर के को देता हूं जिसने मुझे एक नया जीवन दिया।

इसी तरह मानमिन में रेव डाॅ जेराॅक ली की प्रार्थना के द्वारा विभिन्न प्रकार के सामर्थी कार्य प्रगट हो रहे है जैसे कि अस्थमा से चंगाई , गुर्दे की पथरी से चंगाई , खून के कैंसर से चंगाई आदि ।

रेंव डाॅ जेराॅक ली के संदेशो को सुनने के लिए यहां – क्लिक करे

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